उन्होंने कहा कि हमने फ़िलिस्तीनी युवाओं को उस स्थिति में नहीं देखा था जिस स्थिति में वे आज हैं और उसी तरह, ज़ायोनी हमलावर जिस कठिन परिस्थिति से गुज़र रहे हैं और उनके बीच मतभेद हैं, उससे पहले हमने उन्हें इस स्थिति में नहीं देखा था।
जनरल इस्माइल क़ानी ने कहा कि फ़िलिस्तीनी युवाओं ने सम्मान के साथ जीने और बहादुरी से लड़ने का सबक इस्लामी इंके़लाब से सीखा।
उन्होंने कहा कि ज़ायोनी 70 वर्षों से अधिक समय से फिलिस्तीनियों का नरसंहार कर रहे हैं, लेकिन वे सम्मान के साथ अपने अधिकारों, भूमि और मांगों की रक्षा कर रहे हैं।
जनरल इस्माइल क़ानी ने ज़ायोनीवादियों के विरुद्ध फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध के अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा कि फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध कुछ दिनों में वेस्ट बैंक में ज़ायोनी सरकार के तत्वों के विरुद्ध 30 से अधिक अभियान चलाता है। यह इलाका फ़िलिस्तीनी लोगों की ज़मीन है, जिसे फ़िलिस्तीनियों से जबरन छीन लिया गया था।
यह कहते हुए कि कासिम सुलेमानी ने दूसरों को सिखाया कि दुश्मन के साथ टकराव में कैसे शामिल होना है, उन्होंने कहा कि कासिम सुलेमानी ने सभी को सिखाया कि यदि दुश्मन तार्किक नहीं है और अपनी बात मनवाने के लिए बल और शक्ति का उपयोग करता है तो उससे कैसे निपटना है।
इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स के कुद्स फोर्स के कमांडर ने पश्चिम से एशिया में सत्ता हस्तांतरण का उल्लेख किया और कहा कि इस सत्ता हस्तांतरण का कारण विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त राज्य अमेरिका की लगातार विफलताएं हैं।